जा रहे हो तो एक पुस्तकालय ले जाओ खेती की मशीनें लेकर जाओ कुएं लेकर जाओ / गन्ने पेरने की मिल बैठाने जाओ साथ में दस शिक्षक लेकर जाओ सभी प्रकार की मशीनें चलाने के लिए एक वर्क शॉप बिठाने जाओ
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पूँजीवादी खेती के दौर में केवल वही किसान खेती के बूते ज़िन्दा रह सकता है जिसके पास न केवल पर्याप्त मात्रा में ज़मीन हो, बल्कि जिसके पास पर्याप्त मात्रा में ढोर-डंगर, सहज उपलब्ध बीज, खेती की मशीनें और उपकरण, बेहद आसान दरों पर कर्ज़ और बाज़ार तक सहज पहुँच मौजूद हो।